Junior मूवी रिव्यू: इमोशन्स की बाढ़ में डूबा डेब्यू, स्क्रिप्ट ने किया निराश!

junior-movie review
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

साउथ सिनेमा हमेशा से अपने इमोशनल ड्रामों और मजबूत कहानी कहने के तरीके के लिए जाना जाता है। लेकिन Radha Krishna Reddy की नई फिल्म Junior इस पैमाने पर थोड़ा पीछे रह जाती है।
इस फिल्म से Kireeti Reddy ने साउथ इंडस्ट्री में अपना डेब्यू किया है। फिल्म में भावनाओं का ओवरडोज तो है, लेकिन कहानी की दिशा और लॉजिक कई बार कमजोर पड़ जाते हैं।
आइए जानते हैं कि Junior दर्शकों को कितना जोड़ पाती है या फिर यह सिर्फ एक इमोशनल सफर बनकर रह जाती है।

कहानी की शुरुआत: यादें बनाने की चाहत और पिता-पुत्र का रिश्ता

फिल्म की कहानी ‘अभी’ (Kireeti Reddy) नाम के एक युवा की है, जो मानता है कि जिंदगी का असली मजा यादें बनाने में है।
उसके पिता ‘कोडंदपानि’ (V. Ravichandran) एक सख्त लेकिन प्यार करने वाले इंसान हैं, जो अपने बेटे की जिंदगी को लेकर बहुत प्रोटेक्टिव हैं।
कहानी का पहला हिस्सा पिता-पुत्र के रिश्ते पर केंद्रित है और दिखाता है कि कैसे एक साधारण सोच वाला बेटा अपनी जिंदगी को मायने देना चाहता है।

लेकिन फिल्म का दूसरा हिस्सा अचानक से इमोशन्स में बह जाता है, जहां कहानी का फोकस खोने लगता है। एक मोड़ पर ‘अभी’ को अहसास होता है कि जिंदगी सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी जीनी चाहिए — यहीं से फिल्म में ड्रामा शुरू होता है।

पहला हाफ: कॉलेज लाइफ की मस्ती, लेकिन कहानी बेमकसद

फिल्म का पहला हाफ हल्के-फुल्के कॉलेज सीन, दोस्ती और रोमांस के इर्द-गिर्द घूमता है।
‘Spoorthi’ (Sreeleela) के रूप में एक खूबसूरत क्लासमेट और क्रश की एंट्री होती है, लेकिन उसका किरदार अधूरा और सतही लगता है।
कई सीन सिर्फ समय काटने के लिए डाले गए हैं — जैसे कॉलेज झगड़े, फालतू डांस सीक्वेंस और ओवर-ड्रामा।

हालांकि Devi Sri Prasad का म्यूजिक और Kireeti की एनर्जी इन दृश्यों को थोड़ी जान देते हैं, लेकिन स्क्रिप्ट की कमजोरी दर्शक को बांध नहीं पाती।

Genelia Deshmukh की एंट्री: थोड़ी उम्मीद, फिर वही निराशा

junior-movie review

जब Genelia Deshmukh फिल्म में ‘Vijaya’ के रूप में एंट्री करती हैं, तब फिल्म कुछ देर के लिए संभलती नजर आती है।
Vijaya एक आत्मनिर्भर, स्ट्रॉन्ग और प्रैक्टिकल महिला है जो एक ग्लोबल कंपनी की CEO है।
उनके किरदार की झलक हमें Trivikram Srinivas की फिल्मों की महिला लीड्स की याद दिलाती है — आत्मविश्वासी और नायक को चुनौती देने वाली।

Genelia और Kireeti के बीच के कुछ सीन शानदार हैं, खासकर भावनात्मक संवादों में।
लेकिन अफसोस, स्क्रिप्ट फिर पुराने क्लिशे और बेवजह के ट्विस्ट्स की तरफ मुड़ जाती है, जिससे इमोशनल कनेक्ट टूट जाता है।

लॉजिक की कमी और बनावटी ड्रामा

फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है — लॉजिक की पूरी तरह अनदेखी
कई बार घटनाएं इतनी बनावटी लगती हैं कि दर्शक का कनेक्शन टूट जाता है।
उदाहरण के लिए, एक कंपनी की पूरी टीम का CSR एक्टिविटी के लिए गांव में शिफ्ट होना बेहद अवास्तविक लगता है।

फिल्म मेडिकल कंडीशन, सरप्राइज एंगल और इमोशनल मोमेंट्स को जबरदस्ती जोड़ती है, जिससे कहानी कमजोर पड़ती जाती है।
लेखक ने इमोशन्स तो दिखाए, लेकिन उन्हें सही दिशा नहीं दी।

क्या कुछ अच्छा भी है?

पहलू टिप्पणी
🎭 अभिनय V. Ravichandran का परफॉर्मेंस शानदार है। एक पिता के रूप में उनकी भावनात्मक गहराई दिल छू जाती है।
🎬 सिनेमैटोग्राफी KK Senthil Kumar के फ्रेम्स विजुअली रिच और क्लासी हैं।
🎵 म्यूजिक Devi Sri Prasad का संगीत फिल्म की आत्मा है, खासकर बैकग्राउंड स्कोर में।
🎨 प्रोडक्शन डिजाइन फिल्म की सेटिंग और विजुअल्स उच्च स्तर के हैं।
👩‍🎤 Genelia की वापसी लंबे समय बाद स्क्रीन पर उनका आत्मविश्वासी किरदार पसंद आता है।

junior-movie review

Kireeti Reddy की परफॉर्मेंस: उत्साह तो है, अनुभव की कमी भी

एक डेब्यू एक्टर के तौर पर Kireeti Reddy पूरी ईमानदारी से अपना रोल निभाते हैं।
उनकी स्क्रीन प्रेजेंस आकर्षक है, डांस अच्छा है, लेकिन एक्टिंग में गहराई की कमी महसूस होती है।
उन्हें अभी बहुत सीखने और निखरने की जरूरत है।
फिल्म में उन्हें ऐसा कोई सीन नहीं दिया गया जो उनके टैलेंट को असल मायने में परख सके।

फिल्म की कमजोरियां (Cons)

  • स्क्रिप्ट में कसाव और नयापन की कमी

  • बेवजह के ड्रामा सीन

  • लॉजिक की अनदेखी

  • अधूरे किरदार और कमजोर इमोशनल कनेक्ट

फिल्म की खूबियां (Pros)

  • भावनात्मक पिता-पुत्र संबंध

  • शानदार सिनेमैटोग्राफी और म्यूजिक

  • Genelia की दमदार वापसी

  • कुछ इमोशनल सीन जो दिल छूते हैं

विशेषज्ञ राय: भावना में डूबी लेकिन दिशा खो बैठी फिल्म

Junior एक इमोशनल फैमिली ड्रामा के रूप में अच्छी कोशिश थी, लेकिन इसे संभालने में स्क्रिप्ट कमजोर साबित हुई।
Radha Krishna Reddy का निर्देशन अच्छा है, लेकिन कहानी के उतार-चढ़ाव को संतुलित नहीं कर पाए।
अगर फिल्म का फोकस थोड़ा और क्लियर होता, तो Kireeti के लिए यह डेब्यू रोल यादगार बन सकता था।

निष्कर्ष: इमोशन्स तो हैं, लेकिन कहानी में दम नहीं

Junior दर्शकों को भावनाओं का सफर तो कराती है, लेकिन कहानी के असंतुलन और लॉजिक की कमी इसे औसत बना देती है।
यह फिल्म Kireeti के लिए एक सीख जरूर है कि सिर्फ इमोशन्स नहीं, कहानी में भी जान होनी चाहिए।

FAQs – Junior Movie से जुड़े आम सवाल

Q1: Junior फिल्म किसने डायरेक्ट की है?
Radha Krishna Reddy ने इस फिल्म का निर्देशन किया है।

Q2: Junior में मुख्य कलाकार कौन हैं?
फिल्म में Kireeti Reddy, Genelia Deshmukh, V. Ravichandran और Sreeleela मुख्य भूमिकाओं में हैं।

Q3: क्या Junior परिवार के साथ देखने लायक फिल्म है?
हां, यह फैमिली ड्रामा है लेकिन कहानी धीमी और इमोशनल है।

Q4: क्या Kireeti Reddy का डेब्यू सफल रहा?
उनका डेब्यू ईमानदार है लेकिन स्क्रिप्ट ने उनका साथ नहीं दिया।

Q5: Junior फिल्म में सबसे खास क्या है?
V. Ravichandran का अभिनय और Devi Sri Prasad का संगीत सबसे प्रभावशाली हैं।

Disclaimer: इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। हम किसी भी ब्रांड से सीधे जुड़े नहीं हैं। सभी प्रोडक्ट नाम और लोगो उनके संबंधित मालिकों के ट्रेडमार्क हैं।